श्री खाटू श्याम जी की कथा

महाभारत काल में लगभग साढ़े पांच हज़ार वर्ष पहले एक महान आत्मा का अवतरण हुआ जिसे हम भीम पौत्र बर्बरीक के नाम से जानते हैं महीसागर संगम स्थित गुप्त क्षेत्र में नवदुर्गाओं की सात्विक और निष्काम तपस्या कर बर्बरीक ने दिव्य बल और तीन तीर […]

श्री लक्ष्मी माता कथा

दृष्टि रथ परिवार तब की बात है, एक समय की बात है। एक समर्थ व्यापारी था जिसका नाम धनपत था। धनपत धन से समृद्धि और सफलता की कमाई कर रहा था, लेकिन वह अपनी धन की प्राप्ति के बावजूद खुश नहीं था। एक दिन धनपत […]