शिरडी साईं बाबा जी की धूप आरती

आरती साईबाबा । सौख्यदातार जीवा। चरणरजातली । द्यावा दासा विसावा, भक्ता विसावा ॥धृ॥ जाळुनियां अनंग। स्वस्वरूपी राहेदंग । मुमुक्षूजनां दावी । निज डोळ्या या श्रीरंग ॥१॥ जयामनी जैसा भाव । तया तैसा अनुभव । दाविसी दयाघना । ऐसी तुझीही माव ॥२॥ तुमचे नाम ध्याता । […]

श्री कुंजबिहारी जी की आरती

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली। लतन में ठाढ़े बनमाली […]

शिरडी साईं बाबा जी काकड़ आरती

श्री सच्चिदानन्द समर्ध सद्गुरु सायिनाध महराज् की जै. १। जोडु नियाकर चरणि ठेविला माधा । परिसावी विनन्ती माझि पण्डरीनाधा ॥ १ ॥ असोनसो भाव आलो तूझिया ठाया । कृपा दृष्टि पाहे मजकडे सद्गुरुराया ॥ २ ॥ अखण्डीत सावे ऐसे वाटते पायी । साण्डूनी सङ्कोच ठाव […]

भगवान गणेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान चढ़े फल […]

श्री खाटू श्याम जी की आरती

ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे। ॐ जय श्री श्याम हरे.. रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे। तन केसरिया बागो, कुंडल श्रवण पड़े। ॐ जय श्री श्याम हरे.. गल पुष्पों की माला, सिर पार […]

भगवान लक्ष्मण जी की आरती

आरती लक्ष्मण बालजती की | असुर संहारन प्राणपति की || जगमग ज्योति अवधपुर राजे | शेषाचल पै आप विराजे || घंटा ताल पखावज बाजे | कोटि देव मुनि आरती साजे || किरीट मुकुट कर धनुष विराजे | तीन लोक जाकी शोभा राजे || कंचन थार […]

भगवान राम जी की आरती

श्री राम चंद्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणम्। नवकञ्ज लोचन, कञ्जमुख कर कञ्जपद कञ्जारुणम्॥ कंदर्प अगणित अमित छबि नव नील नीरज सुंदरम्। पटपीत मानहुं तड़ित रूचि-शुची नौमि जनकसुतावरम्॥ भवानि पतिनिंदि दिसा बिदूरबरनौं रघुनंद अनुपम। महेंद्रादि नुत मुख चंद्र बन्धु कंचनमृगाधीश्वरम्॥ श्री रामचंद्र कृपालु भजु […]

माता लक्ष्मी जी की आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता ऊँ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु विधाता।। ऊँ जय लक्ष्मी माता।। उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता। सूर्यचंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।। ऊँ जय लक्ष्मी माता।। दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पति दाता। जो […]

भगवान शिवजी की आरती

ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ एकवचन, शिवकी, ज्योति, सदायंकारा। ओंकारा, रूपी, महादेव की ज्योति धारा॥ शिवा, उमा, नीलकंठ, महादेव, जयकारा। भस्मांग भूषा गायें, सर्वकार्य सुखकारा॥ नन्दी, गनेश, सोहत, रिद्धिसिद्धि के संकेत। वृद्धि भवानी नुत, पदपंकज चारनेत॥ कटिपयादी, […]

श्री हनुमान जी की आरती

॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥ मनोजवं मारुत तुल्यवेगं, जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥ वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं, श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥ ॥ आरती ॥ आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरवर काँपे । रोग-दोष जाके निकट न झाँके […]